लड़का अपने गांव वर वधू लेकर गया।घरवालों ने बहुत बड़ी ग़लती की। लड़का अपने गांव वर वधू लेकर गया।घरवालों ने बहुत बड़ी ग़लती की।
और यही कहना चाहूंगी कि इस मंच पर भी हिंदी भाषा ने ही जोड़ा है। और यही कहना चाहूंगी कि इस मंच पर भी हिंदी भाषा ने ही जोड़ा है।
क्यूंकि वह सब अब ज़िन्दगी अपने लिए भी जी रहे थे और अपनों के लिए भी। क्यूंकि वह सब अब ज़िन्दगी अपने लिए भी जी रहे थे और अपनों के लिए भी।
के हज़ारों लम्हे हैं जिन्हें वो याद करते हैं।जीवन बढ़ने का नाम है। के हज़ारों लम्हे हैं जिन्हें वो याद करते हैं।जीवन बढ़ने का नाम है।
आज नौकरी नहीं छोड़ दी होती तो तनख्वाह तो मिलती। आज नौकरी नहीं छोड़ दी होती तो तनख्वाह तो मिलती।
आधुनिक शहरी क्षेत्रों कि संस्कृति में लोग प्रेम प्रसंग को अच्छा मानते हैं आधुनिक शहरी क्षेत्रों कि संस्कृति में लोग प्रेम प्रसंग को अच्छा मानते हैं